"तुम ही हो"!
आज किताब पे जमी धूल किसी ने हटाई है
मेरी मुस्कुराहटों में खुशबू आई है
तुमने हंसकर जो गले लगाया एहसास कुछ नया पाया
उम्मीद नहीं एहसास जरूर है
तुझे क्या पता है इस दिल के करीब बस तू है
ना जाने कौन सी बात कही तुमने जो मुझे अच्छी लगी रोती आंखों को ठंडक सी मिली, हम कब मिलेंगे यह कह कर तुम्हें सताऊंगी नहीं, पर जल्द ही...
मेरी मुस्कुराहटों में खुशबू आई है
तुमने हंसकर जो गले लगाया एहसास कुछ नया पाया
उम्मीद नहीं एहसास जरूर है
तुझे क्या पता है इस दिल के करीब बस तू है
ना जाने कौन सी बात कही तुमने जो मुझे अच्छी लगी रोती आंखों को ठंडक सी मिली, हम कब मिलेंगे यह कह कर तुम्हें सताऊंगी नहीं, पर जल्द ही...