कोरा कागज़ का मेरा मन , लौटा दो मुझे मेरा बचपन
शीर्षक - बचपन
कोरा कागज़ का मेरा मन
लौटा दो मुझे मेरा बचपन
क्यों होता है छोटा सा बचपन
लौटा दो मेरा जीवन
जिसमें ना राग-द्वेष होता है
ना होता है कड़वा मन
ऐसा होता है पवित्र सा बचपन
लौटा दो मुझे मेरा बचपन
ना किसी का ग़म ना किसी की टेंशन
बस टूटता है तो वो है खिलोनों का तन
घर ही होता है संसार
जिसमें गोता लगाता है तन और मन
देखो कहीं मिल...
कोरा कागज़ का मेरा मन
लौटा दो मुझे मेरा बचपन
क्यों होता है छोटा सा बचपन
लौटा दो मेरा जीवन
जिसमें ना राग-द्वेष होता है
ना होता है कड़वा मन
ऐसा होता है पवित्र सा बचपन
लौटा दो मुझे मेरा बचपन
ना किसी का ग़म ना किसी की टेंशन
बस टूटता है तो वो है खिलोनों का तन
घर ही होता है संसार
जिसमें गोता लगाता है तन और मन
देखो कहीं मिल...