खिड़की का चांद
मेरे कमरे की खिड़की से चांद का दिखना अक्सर मुझे तेरे याद दिला जाता है।।।
इस चांद को चुपके से बादलों के पीछे छुपता देख अक्सर तेरा दुप्पटे में छुपना याद आता है।।
मै कहता था ना इसकी चांदनी तेरे नूर के आगे...
इस चांद को चुपके से बादलों के पीछे छुपता देख अक्सर तेरा दुप्पटे में छुपना याद आता है।।
मै कहता था ना इसकी चांदनी तेरे नूर के आगे...