तरबूज की दो फांके
छांव बहुत लंबी हो गई
शाम आते आते
दिन था तो चहलकदमी थी
खुशी के लिए सड़क
निहारती आंखें पर
सुबह से बच्चे भूखे हैं
मैंने व्रत कर लिया है...
शाम आते आते
दिन था तो चहलकदमी थी
खुशी के लिए सड़क
निहारती आंखें पर
सुबह से बच्चे भूखे हैं
मैंने व्रत कर लिया है...