जख्मों की दवा करते रहे
ज़ख्म दर जख्म हमें दोस्त अदा करते रहे
उम्र भर हम इन्हीं जख्मों की दवा करते रहे
अपने, यार, दोस्त,महबूब, वक्त और नसीब
सब एक साथ मिलकर हमसे दगा करते रहे
उनकी फितरत में बेवफाई थी बेवफाई की,
हम भी मजबूर थे आदत से वफा करते रहे
© राम अवतार "राम"
उम्र भर हम इन्हीं जख्मों की दवा करते रहे
अपने, यार, दोस्त,महबूब, वक्त और नसीब
सब एक साथ मिलकर हमसे दगा करते रहे
उनकी फितरत में बेवफाई थी बेवफाई की,
हम भी मजबूर थे आदत से वफा करते रहे
© राम अवतार "राम"