...

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ख़ता
इज़हार हो इनकार हो तुझे फिर से मुझसे प्यार हो,
गर है ये ख़ता तो जानेवफ़ा ये ख़ता मुझसे हर बार हो,
ये दिल धड़के तेरी धड़कन,तेरे लबो पे इकरार हो,
गर है ये ख़ता तो जानेवफ़ा ये ख़ता मुझसे हर बार हो,

ये दिन और रात मध्यम हो जाये,
चाहत के उस एक उजाले में,
इस जहाँ की सब मदिरा खो जाए,
उस एक प्रेम के प्याले में,

उस एक प्यार की प्याली में,
हर घूँट का स्वाद क़रार हो,
गर है ये ख़ता तो जाने वफ़ा,
ये ख़ता मुझसे हर बार हो,

तेरे दिल के उस पते पे बस,
हर एक पैग़ाम मेरा आये,
तू रोके अपने लबो को फिर भी,
उन पर बस नाम मेरा आये,

मेरी साँसे महके तुझमे,
तेरी साँसों पे मेरा इख्तियार हो,

गर है ये ख़ता तो जानेवफ़ा ये ख़ता मुझसे हर बार हो।।

#Love&love💞 #hindilove #romance #poetrycommunity
© Vivek