5 views
सब छोड़ जाना है
दुनियां चले राम के नाम,
उसके मन से सुबह और शाम।
बनाये वो सुबह को शाम,
सारी दुनियां के वो भगवान।
उसकी इच्छा से हम जीवन पाते,
कुछ दिन हँस कर रोते हुए जाते,
यही है करम का लेना देना
सब यही हम छोड़ के जाते।
सब छोड़ जाना है तो,
क्यूँ सब पर मोह जताते।
छोड़ जाए अपने पीछे,
अच्छे कर्म और मीठी यादे।
संजीव बल्लाल २/४/२०२४© BALLAL S
उसके मन से सुबह और शाम।
बनाये वो सुबह को शाम,
सारी दुनियां के वो भगवान।
उसकी इच्छा से हम जीवन पाते,
कुछ दिन हँस कर रोते हुए जाते,
यही है करम का लेना देना
सब यही हम छोड़ के जाते।
सब छोड़ जाना है तो,
क्यूँ सब पर मोह जताते।
छोड़ जाए अपने पीछे,
अच्छे कर्म और मीठी यादे।
संजीव बल्लाल २/४/२०२४© BALLAL S
Related Stories
5 Likes
0
Comments
5 Likes
0
Comments