*** वो बातें ***
*** ग़ज़ल ***
*** वो बातें ***
" वो बातें अब कहां हो रही ,
वो मुलाक़ाते अब कहा हो रही ,
जो कटती नहीं थी रही रातें ,
तेरे उन गुपचुप बातों की तरह ,
तसव्वुर कर के बैठा हूं मैं ,
अब इत्मीनान की इन्तहा हो रही हैं ,...
*** वो बातें ***
" वो बातें अब कहां हो रही ,
वो मुलाक़ाते अब कहा हो रही ,
जो कटती नहीं थी रही रातें ,
तेरे उन गुपचुप बातों की तरह ,
तसव्वुर कर के बैठा हूं मैं ,
अब इत्मीनान की इन्तहा हो रही हैं ,...