इच्छा
सुनो तुम्हारे दिए
झुमके पहन कर
इतराना चाहती हूं
तुम्हारी दी बिंदी लगाकर
चांद को चिढाना चाहती हूं
तुम्हारी दी पायल पहनकर
उसकी गुंज को सबको सुनाना चाहती हूं
तुम्हारे दिए हुए चुड़ी पहनकर
खनकती हुए देख सवरना चाहती हूं
तुम्हारे दी हुई पांव की पाजेब बनकर
तुझे अपने साथ सैर करना चाहती हूं
तमाम इंतेज़ार लांघ कर
तुम्हारी हो जाना चाहती हूं
और
तुम्हारे हाथों से पहन कर बिछिया हर सफर का
विराम चाहती हूं.....
😊❤️
झुमके पहन कर
इतराना चाहती हूं
तुम्हारी दी बिंदी लगाकर
चांद को चिढाना चाहती हूं
तुम्हारी दी पायल पहनकर
उसकी गुंज को सबको सुनाना चाहती हूं
तुम्हारे दिए हुए चुड़ी पहनकर
खनकती हुए देख सवरना चाहती हूं
तुम्हारे दी हुई पांव की पाजेब बनकर
तुझे अपने साथ सैर करना चाहती हूं
तमाम इंतेज़ार लांघ कर
तुम्हारी हो जाना चाहती हूं
और
तुम्हारे हाथों से पहन कर बिछिया हर सफर का
विराम चाहती हूं.....
😊❤️