...

8 views

किसी शायर की तरह
दर्द जब हद् से गुज़र जाए तो लिख देता हूं
शायरी
किसी शायर की तरह
ज़ज्बात जब बेकाबू हो जाये तो भर देता हूं
डायरी
किसी शायर की तरह,

जानें किस कलम से लिख देता है किस्मत
भगवान इन शायरों की
मैं भी रातों को तकिये से सिर छुपा कर रो
देता हूं
किसी शायर की तरह।

चेतन घणावत स.मा.
© Mchet143