बचपन का प्यार
वो बचपन की मस्ती
वो बचपन का प्यार
वो बचपन की डांट
वो मां की दुलार !
वो भाइयों से झगड़ना
वो दोस्तो संग खेलना
ना दिन की परवाह थी
ना रात का ठीकाना !
वो 1 रुपये के लिए रोना
और मिलते ही भागना
भागकर दुकान पर पहुंचना
और ललचाई नजरों से देखना
वो स्कूल जाने के लिए रोना
जाते तो भी दोपहर में भाग आना
कभी पेट का...
वो बचपन का प्यार
वो बचपन की डांट
वो मां की दुलार !
वो भाइयों से झगड़ना
वो दोस्तो संग खेलना
ना दिन की परवाह थी
ना रात का ठीकाना !
वो 1 रुपये के लिए रोना
और मिलते ही भागना
भागकर दुकान पर पहुंचना
और ललचाई नजरों से देखना
वो स्कूल जाने के लिए रोना
जाते तो भी दोपहर में भाग आना
कभी पेट का...