बूढों बनडो (Rajasthani geet )
फोड़ा घाल दिया भाग में ,जाण र बूझ
के आयो चौमासों आँख्या में, ज्यों पड़ी ना थानै सूझ
बुढ़ा बनडा रे दियों हथलेवो जोड़
के करी म्हँ थारी खोड
दी है सजा किण बात री
बिछियां पायल देवे ओळमों, बिंदिया मेरी झिझें
हाथा वाळो चुड़लो रोवे , कमर कंणकती...
के आयो चौमासों आँख्या में, ज्यों पड़ी ना थानै सूझ
बुढ़ा बनडा रे दियों हथलेवो जोड़
के करी म्हँ थारी खोड
दी है सजा किण बात री
बिछियां पायल देवे ओळमों, बिंदिया मेरी झिझें
हाथा वाळो चुड़लो रोवे , कमर कंणकती...