...

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तेरी चाहत।।।.......❤️💖
ना कोई चाहत थी तुमसे
ना कोई शिकायत थी........🥺🥺

फिर क्यों लोग अपने बन कर साथ छोड़ जाते हैं।
पहले अपना बना कर पराया कर जाते हैं..................🥺🥺

हां माना मैंने गलतियां की बहुत सारी।
पर इतनी भी नही की सालो को दोस्ती,
पलभर में टूट जाती है..................🥺🥺

हां चाहा था कभी खुद से ज्यादा तुझे ।
खुद से ज्यादा सोचा करती थी किसी के लिए........🥺🥺

वो ही आज जिंदगी की पहलू को उलझा कर चले गए
कुछ छण साथ रहने की बात थी ,वो ही आज पराया बना कर चले गए...............🥺🥺

हां था कोई जिसने किया था प्यार बहुत
फिक्र थी कभी उसे मेरी...........🥺🥺
आज उसी के लिए मैं उसकी बाधा बनती चली गई।

भूलना चाहूं भी तुझे तो कैसे भूलूं.................
आखिर रातों की वो बात भी तो ,
मुझे रूला कर चली गई।
...................🥺🥺

कुछ रिश्तों को बहुत संभाल कर रखना चाहती थी ।
बात कुछ और ना थी,
बस तुझे खोने से डरती थी। ....................🥺🥺


.....23/09/23......