मैं ख़ुद आइना हूँ
तिनका - तिनका एक पल में ख़ुद को मैंने बिखरते देखा है,
हाँ....तिल - तिल करके बारहा ख़ुद को ही मैंने मरते देखा !!
मैं ख़ुद आईना हूँ अपनी इस तन्हा बिखरी हुई ज़िंदगी का,
एक - एक करके सारे अरमानों को मैंने जो जलते देखा है !!
क्या...
हाँ....तिल - तिल करके बारहा ख़ुद को ही मैंने मरते देखा !!
मैं ख़ुद आईना हूँ अपनी इस तन्हा बिखरी हुई ज़िंदगी का,
एक - एक करके सारे अरमानों को मैंने जो जलते देखा है !!
क्या...