चल मंजिल की ओर।
यूं दूसरों की सुन , यूं मायूस क्यों बैठा है तू
उनका काम था कहना है सो कह दिया उन्होंने
पर तू खुद पर यकीन खो मत।
जरा सोच अपनों की ,जो उम्मीद लगाए बैठे तुझसे...
उनका काम था कहना है सो कह दिया उन्होंने
पर तू खुद पर यकीन खो मत।
जरा सोच अपनों की ,जो उम्मीद लगाए बैठे तुझसे...