युही नही करते मोहब्बत..
मोहब्बत युही नही करते हम आपसे ....
आप हमारी जा से बढकर हो कही..
आपको देखतेही पेहली नजर मे हम आपके हुये थे..
शायद मुकददर मे मिलना लिखा था.......
इसीलिये कभी एक दुजे से दूर जा ना पाये हम.....
मौका होते हुये भी रिश्ता तोड ना पाये....हम
इसीलिये कहते है,
मोहब्बत...
आप हमारी जा से बढकर हो कही..
आपको देखतेही पेहली नजर मे हम आपके हुये थे..
शायद मुकददर मे मिलना लिखा था.......
इसीलिये कभी एक दुजे से दूर जा ना पाये हम.....
मौका होते हुये भी रिश्ता तोड ना पाये....हम
इसीलिये कहते है,
मोहब्बत...