वक्त कम पड़ जाता।
कितना कुछ कह देता हूं
फिर भी बहुत कुछ रह जाता है।
चाहे दिन भर तुम्हें देखता रहूं
फिर भी दिल मेरा कहा भर पाता है।
सुबह से लेकर शाम तक तुम्हारे साथ रहता हूं
फिर भी वक्त कम...
फिर भी बहुत कुछ रह जाता है।
चाहे दिन भर तुम्हें देखता रहूं
फिर भी दिल मेरा कहा भर पाता है।
सुबह से लेकर शाम तक तुम्हारे साथ रहता हूं
फिर भी वक्त कम...