नहीं होती....
कुछ सफ़र की मंज़िल नहीं होती...
कुछ नैय्या पार नहीं होती...
कुछ सफलता पाक़ नहीं होती...
कुछ कोहरे की वजह आग नहीं होती...
कुछ परिन्दो की उड़ान घर नहीं होती...
कुछ आशिक़ की नियत साफ़ नहीं होती...
कुछ रातों की सुबह नहीं होती...
कुछ जिस्म में रूह नहीं होती...
कुछ मोहब्बतें मुकम्मल नहीं...