एक बात थी...
एक बात थी,
इजाजत हो तो बोल दु क्या?
तुम्हे एतराज़ ना हो तो,
इश्क करने का गुनाह आज मैं कर दु क्या?
कलम से कागज पर ,
ग़जल लिखती आ रही हुं।
तुम...
इजाजत हो तो बोल दु क्या?
तुम्हे एतराज़ ना हो तो,
इश्क करने का गुनाह आज मैं कर दु क्या?
कलम से कागज पर ,
ग़जल लिखती आ रही हुं।
तुम...