वज़नी भार.....
सारे तथ्यों को...सारे तर्कों को...
हर अरमान के सामान को परे रख दो !!
सारे नातों को... सारे भ्रमों को...
बुनते-टूटते हर स्वप्न को परे रख दो !!
आँखों के कोरों पर इकट्ठी हो जाए जो नमी..
घूंट पी जाना उस...
हर अरमान के सामान को परे रख दो !!
सारे नातों को... सारे भ्रमों को...
बुनते-टूटते हर स्वप्न को परे रख दो !!
आँखों के कोरों पर इकट्ठी हो जाए जो नमी..
घूंट पी जाना उस...