लिखना जो चाहूं ✍️
खुद ......❤️को ......
लिखना जो चाहूं शब्द कम
पड़ जाते है ............
अक्सर रात के अंधेरे में
सब से छुपकर
हम रो कर
सो जाते है ........
कहने की कोशिश तो बहुत
करते हैं हम पर कह नही
पाते हैं .... जैसे जमती है
...
लिखना जो चाहूं शब्द कम
पड़ जाते है ............
अक्सर रात के अंधेरे में
सब से छुपकर
हम रो कर
सो जाते है ........
कहने की कोशिश तो बहुत
करते हैं हम पर कह नही
पाते हैं .... जैसे जमती है
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