आंसु ना बहा।
आंसु ना बहा, दिल में गम को छिपा,
हर दर्द नहीं किया जाता वाकिफ,
अपने गम को छिपाना सीख ले,
आंसु न बहा।
दुख तो सभी के जीवन में होता है,
दूसरों को गम में शामिल करना छोड़ दे,
हर कोई नहीं होता...
हर दर्द नहीं किया जाता वाकिफ,
अपने गम को छिपाना सीख ले,
आंसु न बहा।
दुख तो सभी के जीवन में होता है,
दूसरों को गम में शामिल करना छोड़ दे,
हर कोई नहीं होता...