...

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अभिमन्यु
दुस्साध्य सूक्त प्रणीत क्षिप्र शर
धनंजय तनुज प्रवर धनुर्धर

शैल निर्मित गात, पाषाण उर
शर संचालन तडित वेग, द्रष्टा सकल सुरपुर

बलिष्ठ बाहु परिधि ज्यों सकल व्योम हो
अरि प्राण की दे रहा आहुति इस होम को

फिर दिखा सुभट, कपट...