Bannasa Ki Poem....
वो कहते थे जान भी दे दुंगा तुम्हारे लिए।
आज कल उन लोगो को बदलते देखा है ।
वो कभी पहरो गुजार देते थे हमारे लिए।
आज उनको किसी के लिए मचलते देखा है ।
कभी रहे हमसे वो जल बिन मछली की तरह ।
आज उनको किसी के लिए तडपते देखा है ।
Aage yaad Nahi...😐😐😐
©Bannasa008
आज कल उन लोगो को बदलते देखा है ।
वो कभी पहरो गुजार देते थे हमारे लिए।
आज उनको किसी के लिए मचलते देखा है ।
कभी रहे हमसे वो जल बिन मछली की तरह ।
आज उनको किसी के लिए तडपते देखा है ।
Aage yaad Nahi...😐😐😐
©Bannasa008