क्या बात करे।
हम वफ़ा की बात क्या करें
बीते दिनों को क्यों याद करें
हम क्या भूलें क्या याद रखें
किस गली को फिरियाद करें
खुली क़िताब सा छोड़ दिया
अब राज़ की बात क्या करें
जीने की वजह...
बीते दिनों को क्यों याद करें
हम क्या भूलें क्या याद रखें
किस गली को फिरियाद करें
खुली क़िताब सा छोड़ दिया
अब राज़ की बात क्या करें
जीने की वजह...