कलम एक नयी दिशा 🖊
खुद ही बातो से बया कर गये मेरे लब्ज
मन आईना खोल गये मेरे शब्द 🎇
जब था बोलना मेह्फीले शाहीण मै चूप से रेह गये थे मेरे ल्ब्ज ॥ 💕😟
कुछ न बोला मन न खोला घुटण से जिगर मै दब गये मेरे आसूओ से ये शब्द 😢😢
केह्ना खूब था ! दिल बेस्ब्र था ओठ थरथर से मेरे दब गये मेरे ये शब्द ॥
न झूकणा था वही झूक गये
...
मन आईना खोल गये मेरे शब्द 🎇
जब था बोलना मेह्फीले शाहीण मै चूप से रेह गये थे मेरे ल्ब्ज ॥ 💕😟
कुछ न बोला मन न खोला घुटण से जिगर मै दब गये मेरे आसूओ से ये शब्द 😢😢
केह्ना खूब था ! दिल बेस्ब्र था ओठ थरथर से मेरे दब गये मेरे ये शब्द ॥
न झूकणा था वही झूक गये
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