कैसा गणतंत्र
संविधान का मानक बन
गणतंत्र इस साल भी बीत गया।।
देश की ताकत से रूबरू
हम सब को कराया गया।।
तालियाँ भी खूब बजी
शौर्य का भी दर्शन हुआ
झाँकी के सह से आधुनिक
भारत की तस्वीर भी दिखाया गया।।
हर झाँकी में कुछ खास बात थी
प्रान्तों की छुपी अपनी जज्बात थी।।
फिर कुछ ऐसा हुआ जो सोचा नही,
आस थी इस बार तो कुछ होगा सही।।
फिर से एक बार
सत्यमेव ज्यते का हरण हुआ,
विभागो में घोटालों का विलोपन हुआ,
स्वच्छ भारत पर पर्दा फिर से डाला गया
डूबता बिहार को...
गणतंत्र इस साल भी बीत गया।।
देश की ताकत से रूबरू
हम सब को कराया गया।।
तालियाँ भी खूब बजी
शौर्य का भी दर्शन हुआ
झाँकी के सह से आधुनिक
भारत की तस्वीर भी दिखाया गया।।
हर झाँकी में कुछ खास बात थी
प्रान्तों की छुपी अपनी जज्बात थी।।
फिर कुछ ऐसा हुआ जो सोचा नही,
आस थी इस बार तो कुछ होगा सही।।
फिर से एक बार
सत्यमेव ज्यते का हरण हुआ,
विभागो में घोटालों का विलोपन हुआ,
स्वच्छ भारत पर पर्दा फिर से डाला गया
डूबता बिहार को...