इश्क़ का पैगाम
दिल के हर पन्ने पर
इश्क़ की श्याही से
ये पैगाम लिख दिया,
सात जनम क्या हर जनम
तेरे नाम लिख दिया।
मैं आँखे बन्द करता हूँ
तो तेरा दीदार होता है,
जो आँखे खोलूँ
तो तुझे देखने का जुनून
बेशुमार होता है।
चमक उठी ये अँखियाँ...
इश्क़ की श्याही से
ये पैगाम लिख दिया,
सात जनम क्या हर जनम
तेरे नाम लिख दिया।
मैं आँखे बन्द करता हूँ
तो तेरा दीदार होता है,
जो आँखे खोलूँ
तो तुझे देखने का जुनून
बेशुमार होता है।
चमक उठी ये अँखियाँ...