...

6 views

उलझने का मन नहीं करता
किसी से भी अब उलझने का मन नहीं करता

बातें बना ख़ुद को साबित करने का मन नहीं करता

कौन कितना गलत मैं कितना सही

किसी को समझाने का मन नहीं करता

जो जितना मुझे समझा उतना मुझे जाना

उसकी समझ और बढ़ाने का मन नहीं करता

मन करता है रहूं ख़ुद में मशगूल

बाहरी दिखावों, झंझटों से रहूं दूर

जो अच्छा लगे वो मैं करूं

दूसरों से पहले ख़ुद को सुनूं

लोग क्या कहेंगे यह सोच ख़ुद को चिंतित करने का मन नहीं करता

किसी से भी अब उलझने का मन नहीं करता।

ज्योति महाजन
© joo