आसमान
धरती से उठकर आसमान छूता...
हरियाली का गहना था
छांव में जिसने सबको पनाह दी
वो प्यारा सा पेड़ हमारा था,,,!!
पंछियों का बसेरा था....
फल-फूलों का सवेरा था
आते...
हरियाली का गहना था
छांव में जिसने सबको पनाह दी
वो प्यारा सा पेड़ हमारा था,,,!!
पंछियों का बसेरा था....
फल-फूलों का सवेरा था
आते...