5 views
Scream/चीख
Scream/चीख
खून से सने हाथों को देखूं,
वो पकड़े तो चिल्लाऊं मैं।
ढूंढू मदद आंखो में उसकी,
न मिलें तो पछताऊं मैं।
एक आह निकालने पर जान निकले,
वो छूएं तो करकराऊं मैं।
बेदर्द मालूम है सीरत उसकी,
बोलूं उसे या भुलाऊं मैं।
बोलूं मैं तो मारे मुझे,
वो चीखे तो घबराऊं मैं।
हल्की सी उसकी उंगली क्या हिले,
पूरी की पूरी हिल जाऊं मैं।
दर्द देके करीब बुलाता,
वो पास आए तो सो जाऊं मैं।
चुपी सादे रोती बिलखती,
गला दबा कर मुस्कुराऊं मैं,
© firkiwali
खून से सने हाथों को देखूं,
वो पकड़े तो चिल्लाऊं मैं।
ढूंढू मदद आंखो में उसकी,
न मिलें तो पछताऊं मैं।
एक आह निकालने पर जान निकले,
वो छूएं तो करकराऊं मैं।
बेदर्द मालूम है सीरत उसकी,
बोलूं उसे या भुलाऊं मैं।
बोलूं मैं तो मारे मुझे,
वो चीखे तो घबराऊं मैं।
हल्की सी उसकी उंगली क्या हिले,
पूरी की पूरी हिल जाऊं मैं।
दर्द देके करीब बुलाता,
वो पास आए तो सो जाऊं मैं।
चुपी सादे रोती बिलखती,
गला दबा कर मुस्कुराऊं मैं,
© firkiwali
Related Stories
7 Likes
0
Comments
7 Likes
0
Comments