क्या लिखुं तुझे .........
क्या लिखुं तुझे , बता,
गम या खुशी ,
क्योंकि ,
तु हंसाती भी है, और रुलाती भी है,
तु सकून बन कर भी आती है , और तन्हा करके भी चली जाती है ,
तु धड़कने दे कर भी जाती है , और धड़कने छीन कर भी जाती है,
क्या लिखुं तुझे, बता ,
गम या खुशी .........
तु आंख में काजल भी...
गम या खुशी ,
क्योंकि ,
तु हंसाती भी है, और रुलाती भी है,
तु सकून बन कर भी आती है , और तन्हा करके भी चली जाती है ,
तु धड़कने दे कर भी जाती है , और धड़कने छीन कर भी जाती है,
क्या लिखुं तुझे, बता ,
गम या खुशी .........
तु आंख में काजल भी...