ये दुनियां...
ये दुनियां मेरे समझ के बाहर है
किसी के ओंठों पे झूठ की सच्चाई है
तो सच्चे रूह में बेबसी समाई है
जो रिश्तें निभाता दिल से
हारा हुआ हैं ज़िन्दगी से
जो कोई आजमाता दिमाग़ से
खेल जाता जज्बात से
दुनियां...
किसी के ओंठों पे झूठ की सच्चाई है
तो सच्चे रूह में बेबसी समाई है
जो रिश्तें निभाता दिल से
हारा हुआ हैं ज़िन्दगी से
जो कोई आजमाता दिमाग़ से
खेल जाता जज्बात से
दुनियां...