किस्मत !
आधा सा था मैं , पूरा वो कर गयी,
जब पूरा होने लगा था मैं ,
अधूरा वो छोड़ गई।
वो किस्मत है जनाब!
जो पल-भर में बदल गयी।
भरोसे था मैं उसके,
वो भरोसे मेरे...
जब पूरा होने लगा था मैं ,
अधूरा वो छोड़ गई।
वो किस्मत है जनाब!
जो पल-भर में बदल गयी।
भरोसे था मैं उसके,
वो भरोसे मेरे...