हक़ीक़त
हक़ीक़त
कटु सत्य जो जो कहे, पीछे पड़े हैं लोग
देश की हक़ीक़त मगर झुठलाएंगे कैसे?
हुकूमत की ग़लती से इत्तेफ़ाक़ न रखते
वर्ना आईने को सूरत दिखलाएँगे कैसे?
मग़रूर हुक्मरां कितने आये चले गए
वक़्त के दस्तूर को बदल पाएंगे कैसे?
लेनिन हिटलर माओ स्तालिन को करो याद तानाशाहों की गिनती में वो न आएंगे कैसे?
हमको सता...
कटु सत्य जो जो कहे, पीछे पड़े हैं लोग
देश की हक़ीक़त मगर झुठलाएंगे कैसे?
हुकूमत की ग़लती से इत्तेफ़ाक़ न रखते
वर्ना आईने को सूरत दिखलाएँगे कैसे?
मग़रूर हुक्मरां कितने आये चले गए
वक़्त के दस्तूर को बदल पाएंगे कैसे?
लेनिन हिटलर माओ स्तालिन को करो याद तानाशाहों की गिनती में वो न आएंगे कैसे?
हमको सता...