Diary
आँख को जाम लिखो ज़ुल्फ़ को बरसात लिखो
जिस से नाराज़ हो उस शख़्स की हर बात लिखो
जिस से मिल कर भी न मिलने की कसक बाक़ी है
उसी अन्जान शहंशाह की मुलाकात...
जिस से नाराज़ हो उस शख़्स की हर बात लिखो
जिस से मिल कर भी न मिलने की कसक बाक़ी है
उसी अन्जान शहंशाह की मुलाकात...