"पुराने घर का नया आँगन"
पुराने घर की दहलीज पर कदम रखते ही,
युवती की आँखों में एक नई चमक थी।
दीवारों पर छपे वक्त के निशान,
हर कोने में दबी हुई एक दास्तान।
सांसों में घुली थी यादों की खुशबू,
जैसे पुराना घर उसे बाँहों में समेटे हो।
हर दरवाज़ा खोलता एक...
युवती की आँखों में एक नई चमक थी।
दीवारों पर छपे वक्त के निशान,
हर कोने में दबी हुई एक दास्तान।
सांसों में घुली थी यादों की खुशबू,
जैसे पुराना घर उसे बाँहों में समेटे हो।
हर दरवाज़ा खोलता एक...