रचना।
कतिपय शब्दों की बांकपन
कतिपय शब्दों से सिंचित मन
कतिपय शब्द उद्गार लिए
जीवन रस सर्जन करता है
कहने की आतुरता है
चाहे रुप कोई भी रचना की
सब मन की ही सुंदरता है
चाहे रुप कोई भी रचना की
सब मन की ही सुंदरता है
मोहित करता श्रृंगार रस
या विरहा की चौपाई में
वीर रस या गीता सी...
कतिपय शब्दों से सिंचित मन
कतिपय शब्द उद्गार लिए
जीवन रस सर्जन करता है
कहने की आतुरता है
चाहे रुप कोई भी रचना की
सब मन की ही सुंदरता है
चाहे रुप कोई भी रचना की
सब मन की ही सुंदरता है
मोहित करता श्रृंगार रस
या विरहा की चौपाई में
वीर रस या गीता सी...