...

6 views

अब तुम मेरे खास नहीं वो पहले जैसी बात नहीं...
अब तुम मेरे खास नहीं, तुम मैं पहले जैसी बात नहीं
पहले बहुत खास समझती थी, अब कहती है जाओ कोई बात नहीं
क्या तुम अब भूल गई वो वादे अपने, वे सुनाई हुई लोरियां
जिसमें हम दोनों होते थे और एक अपनी खूबसूरत सी दुनिया
पहले तो बहुत उठाया तुमने अब धड़ाम से पटक दिया
अपने झूठे वादे , झूठी कहाइयों के जालों में जकड़ लिया
जब तक उन जालों में ढाला खुद को, अब कहती हो जाओ रिहा किया
पहले क्या था जो अब नहीं मुझ मैं, ऐसा क्यों तुमने यह किया
आओ फिर एक शुरुआत करें, खुद को समझें और बात करें
अपने सपने अपनी दुनिया को, फिर से हम साकार करें
अपने इस नादानी मन को समझाओ, और आओ, हम फिर से दिलों की बात करें

जिदंगी में आए उतार चढ़ाव से, हमसफर नहीं छोड़ा करते।
वक्त देते हैं एक दूसरे को, ऐसे मुंह नहीं मोड़ा करते।।
© Rohi