...

4 views

जीवन….
एक अजूबा है मेरा यह जीवन,
जिसको जीने का मुझको मौक़ा मिला।
कितनी चीज़ो को देखा मैंने बेख़बर,
यह नजारा सच में मुझको अनोखा मिला।

जैसे चंदा को सितारों का साथ मिला।
वैसे सूरज को बादलों का सहारा मिला।
कुदरत की चादर पे यह बिखरा पड़ा है,
यह समान इंसानों को ना सौखा मिला…
एक अजूबा है मेरा यह जीवन,
जिसको जीने का मुझको मौक़ा मिला।

आईना जो कुछ देखता है।
वो सच बिना कुछ ना होता है।
ज्ञान से बढ़कर कुछ नहीं जीवन में,
अंधेरे की बाद उजाला फिर चौखा मिला…
एक अजूबा है मेरा यह जीवन,
जिसको जीने का मुझको मौक़ा मिला।

जाने अनजाने रस्तों पे जब तुम चलो !
तो रुक कर मंज़िल पूछ लेना…
सासों की ज़रूरत जब ख़त्म हो जाए,
तो यह शरीर को “जिंद” ख़ुद छोड़ देना…
मौत के बाद कुछ याद ना रहे,
यह सच है या धोखा मिला…
एक अजूबा है मेरा यह जीवन,
जिसको जीने का मुझको मौक़ा मिला।

#जलते_अक्षर
© ਜਲਦੇ_ਅੱਖਰ✍🏻