अंतिम विदाई
अस्पताल की सफ़ेद दीवारें
सफेद फ़र्श और सफेद चादरें
मॉनिटर पर लॉन्ग बीप के साथ
जब इन निस्तेज आँखों को खोलूँ
मेरे पास बैठे तुम
मेरे ज़र्द पड़ चुके हाथों को
अपने मजबूत-काँपते हाथों में थामे
मैं असमर्थ हो जाऊँगी कुछ कह पाने में
और तुम भी कुछ न कहना
हमेशा की तरह..
बस इतना करना
मेरे कान और गाल की सीमा-रेखा पर
जीवन भर की यादों के बदले
एक असहाय चुम्बन रख देना..
वो...
सफेद फ़र्श और सफेद चादरें
मॉनिटर पर लॉन्ग बीप के साथ
जब इन निस्तेज आँखों को खोलूँ
मेरे पास बैठे तुम
मेरे ज़र्द पड़ चुके हाथों को
अपने मजबूत-काँपते हाथों में थामे
मैं असमर्थ हो जाऊँगी कुछ कह पाने में
और तुम भी कुछ न कहना
हमेशा की तरह..
बस इतना करना
मेरे कान और गाल की सीमा-रेखा पर
जीवन भर की यादों के बदले
एक असहाय चुम्बन रख देना..
वो...