...

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पंख..
पंख है मेरे मेै उड़ना चाहती हूं ताकत है मुझमें मैं हिम्मत चाहती हूं मिलो का सफर तय करने के लिए तुम्हारा साथ चाहती हूं तुमसे ही हूं मैं हूं तुम्हारा ही अंश दुनिया की फिक्र नहीं मुझे बस तुम्हारा ही ख्याल, यकीन करो मुझ पर मैं तुम्हें उड़ कर दिखाऊंगी अपने पंख फैला कर उड़ती ही जाऊंगी होगा गर्व तुम्हें मुझ पर करेगी यह दुनिया यकीन यह बातें नहीं है, है मेरा विश्वास उड़ुगी मैं बर्ड होंगी मैं इस जिंदगी में ना मानूंगी हार कर दिखाना है कुछ, है जस्सबा उस पार।

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