तुम क्यों नहीं मिले ?
जिस सम्त गया तेरे ही नक्शे पा मिले
तुम क्यों नहीं मिले ?
राहों में कई लश्कर कई कारवां मिले।
तुम क्यों नहीं मिले ?
ताउम्र तेरी आरजू बस तेरी तलाश थी
बेफिजूल है तुम बिन ही जो जहां मिले
तुम क्यों नहीं...
तुम क्यों नहीं मिले ?
राहों में कई लश्कर कई कारवां मिले।
तुम क्यों नहीं मिले ?
ताउम्र तेरी आरजू बस तेरी तलाश थी
बेफिजूल है तुम बिन ही जो जहां मिले
तुम क्यों नहीं...