घर से दूर, घर के लिए
सांझ होने आई है
घर पर माँ मेरा इंतज़ार कर रही होगी
मेरे लाल को कुछ न हो
मिन्नते हज़ार कर रही होगी
घर पहुँचते ही माथा चूमेगी मेरा
मुझे दुलार करने को अधीर हो रही होगी
मैं पूरे विश्वास से यह कह सकता हूँ
मेरी माँ इसी पल का इंतज़ार कर रही होगी
माँ कोमल है, आँसू न रोक...
घर पर माँ मेरा इंतज़ार कर रही होगी
मेरे लाल को कुछ न हो
मिन्नते हज़ार कर रही होगी
घर पहुँचते ही माथा चूमेगी मेरा
मुझे दुलार करने को अधीर हो रही होगी
मैं पूरे विश्वास से यह कह सकता हूँ
मेरी माँ इसी पल का इंतज़ार कर रही होगी
माँ कोमल है, आँसू न रोक...