ग़ज़ल
ये क्या ख़बर थी सारे भरम टूट जाएँगे
उस बेवफ़ा के हम पे सितम टूट जाएँगे
थम जाओ एक पल के लिए बादलों ज़रा
वरना तो छत से पहले ही हम टूट जाएँगे
इस...
उस बेवफ़ा के हम पे सितम टूट जाएँगे
थम जाओ एक पल के लिए बादलों ज़रा
वरना तो छत से पहले ही हम टूट जाएँगे
इस...