बहार आती है,,,,,
बहार आती हैं ये तो आती जाती रहेंगी,,,,
ये नहीं देखती की कोन दुखी हैं कोन सुखी
ये,,,, ये बस आती हैं क्यूंकि इन्हे आना ही होगा
ये कब तक किसी के गम सहेगी,,,,,
बहार आती हैं आती रहेगी,,,,
ये क्यों देखे किसी कि खुशी या गम
उनको कोन पूछता है की क्या वो है खुश
सिर्फ अपना मन खुश तो बहार ही बाहर...
ये नहीं देखती की कोन दुखी हैं कोन सुखी
ये,,,, ये बस आती हैं क्यूंकि इन्हे आना ही होगा
ये कब तक किसी के गम सहेगी,,,,,
बहार आती हैं आती रहेगी,,,,
ये क्यों देखे किसी कि खुशी या गम
उनको कोन पूछता है की क्या वो है खुश
सिर्फ अपना मन खुश तो बहार ही बाहर...