बेटियां
क्या हूँ मैं, कौन हूँ मैं, यही सवाल करती हूँ मैं
लड़की हो, लाचार, मजबूर, बेचारी हो, यही जवाब सुनती हूँ मैं
बड़ी हुई, जब समाज की रस्मों को पहचाना
अपने ही सवाल का जवाब, तब मैंने खुद...
लड़की हो, लाचार, मजबूर, बेचारी हो, यही जवाब सुनती हूँ मैं
बड़ी हुई, जब समाज की रस्मों को पहचाना
अपने ही सवाल का जवाब, तब मैंने खुद...