डर डर डर
हर वक्त हर दिन उसी को चाहा था,
जीसकी मुझे ख्वाहिश थी
वो तो बस एक सपना सा था
इंतेजार तो हर वक्त ऊस जीत को पाने का था,
लेकीन जीत से जीत के वो ख़ौफ़
मुझे हर वक्त...
जीसकी मुझे ख्वाहिश थी
वो तो बस एक सपना सा था
इंतेजार तो हर वक्त ऊस जीत को पाने का था,
लेकीन जीत से जीत के वो ख़ौफ़
मुझे हर वक्त...