लड़ते-लड़ते हार जाती है, वो
लड़ते-लड़ते हार जाती है, वो
अकेली है ना कहां सह पाती है वो ।
मुश्किलों से गुजरती है,
पर अपनी मुश्किलों बताती नहीं,वो।
हर उसका प्रयास विफल जाता है,
ऐसा लगता है उसे कुछ नहीं आता है।
सह-सह के भी अपने दर्द को बाहर नहीं निकलती,
खोजने को जाऊ अगर तो कहीं दूर नजर...
अकेली है ना कहां सह पाती है वो ।
मुश्किलों से गुजरती है,
पर अपनी मुश्किलों बताती नहीं,वो।
हर उसका प्रयास विफल जाता है,
ऐसा लगता है उसे कुछ नहीं आता है।
सह-सह के भी अपने दर्द को बाहर नहीं निकलती,
खोजने को जाऊ अगर तो कहीं दूर नजर...