वीरान
हम छोड़ आए जिस मकान को
वीरान पड़ा है वो सालों से
कोई ज़िन्दा है अभी भी वहाँ
वीरान की ही तरह सालों से
फूल अभी भी खिलते है लहाँ
बंजर आबाद...
वीरान पड़ा है वो सालों से
कोई ज़िन्दा है अभी भी वहाँ
वीरान की ही तरह सालों से
फूल अभी भी खिलते है लहाँ
बंजर आबाद...